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काल कोठरी में अंतिम समय तक लिखे वाला योद्धा राम प्रसाद बिस्मिल: एह खजाना के लूट के मकसद क्रांतिकारी आंदोलन के धार देबे खातिर हथियार खरीद के जरूरत पूरा कइल रहे. एह षडयंत्र केस में- चंद्रशेखर आजाद अउर मुरारी शर्मा के छोड़ के बाकी सब लोगन के गिरफ्तारी भईल. रामप्रसाद विस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेन्द्र लाहिड़ी अउर ठाकुर रोशन सिंह के फांसी के सजा भईल. सन् 1857 के बाद देश की आजादी खातिर खुद रामप्रसाद बिस्मिल के मुताबिक ई पहिला शहादत रहल. एकरा पहिले संयुक्त प्रान्त के मैनपुरी षडयंत्र केस (सन् 1918-19) में रामप्रसाद बिस्मिल जी लंबा फरारी जीवन व्यतीत करे के पड़ल रहल.मैनपुरी आंदोलन गेंदालाल दीक्षित के नेतृत्व में शरू भईल रहे. गेंदालाल दीक्षित जी के क्रांतिकारी संगठन के नाम रहल” शिवाजी समिति”. दीक्षित जी एगो स्कूल में अध्यापकी के संगे-संगे देश के आजादी खातिर सशत्र क्रांति के काम में खूब सक्रिय रहनीं. एक दिन स्कूल देर से पहुँचनी- तब नौकरी चली गईल. एकरा बाद सारा जीवन क्रांतिकारी आंदोलन के बढ़ावें-संवारे में गुजरल. दीक्षित जी ओह समय चंबल के नामी डकैत लक्ष्मणानंद ब्रह्मचारी के पूरा गिरोह को अपना संगे जोड़ लेनी -ताकि अंग्रेजन के दलाल पिट्ठूअन के लूट के क्रांतिकारी आंदोलन खातिर धन जुटावल जा सके. 31 जनवरी, 1918 के भिंड के जंगल में ब्रह्मचारी के आठ किशोर क्रांतिकारी मारल गईलन. एह केस में आम माफी के बाद रामप्रसाद विस्मिल जी फरारी जीवन से बाहर अइनीं. सन् 1924 के आसपास भारत के पुरनका क्रांतिकारियन के जुटान भईल. एह जुटान में प्रमुख क्रांतिकारी रहलन- शचीन्द्रनाथ सान्याल, योगेशचंदर चटर्जी अउर रामप्रसाद बिस्मिल. ई तीनों जना मिलीं के ” हिंदुस्तान रिपब्लिक आर्मी” के गठन कईलन. बाद में एह संगठन में- भगतसिंह, शिव वर्मा, सुखदेव अउर चंद्रशेखर आजाद जइसन क्रांतिकारी नेता शामिल भईलन. source:https://hindi.news18.com/news/bhojpuri-news/ram-prasad-bismil-birthday-know-all-about-his-career-bhojpuri-mohan-singh-4316852.html
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